भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने एक महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए अधिवक्ता-ऑन-रिकॉर्ड (AoR) परीक्षा के ऑनलाइन प्रारूप को रद्द कर दिया है। यह फैसला सोमवार को पहले पेपर के दौरान आई गंभीर तकनीकी बाधाओं के बाद लिया गया।
ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन दिल्ली के आनंद विहार स्थित गुरु हरगोबिंद इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में किया गया था, जहां लगभग 120 उम्मीदवारों ने विभिन्न तकनीकी समस्याओं का सामना किया। कुछ उम्मीदवारों को परीक्षा शुरू करने या उत्तर सबमिट करने में कठिनाई हुई, जबकि कुछ के कंप्यूटर लगभग 2.5 घंटे बाद क्रैश हो गए, जिससे परीक्षा प्रक्रिया बाधित हो गई। प्रभावित पेपर ‘प्रैक्टिस एंड प्रसीजर’ था।
सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन (SCAORA) ने परीक्षा मोड में अचानक परिवर्तन पर चिंता व्यक्त की है। एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट के सचिवालय को लिखे एक पत्र में इस बात पर जोर दिया कि परीक्षा के ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रारूप के लिए अलग-अलग तैयारियों की आवश्यकता होती है, और इतने कम समय में बदलाव करना अनुचित है। एससीएओआरए ने परीक्षा केंद्र की अपर्याप्त सुविधाओं, जैसे खराब वेंटिलेशन, पर भी मुद्दे उठाए, जिससे उम्मीदवारों को काफी असुविधा हुई।
इन चिंताओं के जवाब में, SCAORA ने सचिवालय से अनुरोध किया है कि वे CJI के साथ इन मुद्दों पर चर्चा करें ताकि सभी उम्मीदवारों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक व्यवहार्य समाधान निकाला जा सके।