एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति साधना रानी (ठाकुर) को तत्काल प्रभाव से उत्तर प्रदेश लोक सेवा अधिकरण का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति उत्तर प्रदेश के राज्यपाल द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट के माननीय मुख्य न्यायाधीश के साथ परामर्श के बाद की गई है।
न्यायमूर्ति साधना रानी (ठाकुर) न्यायिक प्रणाली में विभिन्न पदों पर विशिष्ट कार्य करने के बाद अपनी नई भूमिका में न्यायिक अनुभव का खजाना लेकर आई हैं। उनकी नियुक्ति अनुभवी न्यायिक विशेषज्ञता के साथ अधिकरण के संचालन को सुदृढ़ करने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा (अधिकरण) अधिनियम, 1976 के तहत स्थापित उत्तर प्रदेश लोक सेवा अधिकरण राज्य में लोक सेवा मामलों से संबंधित विवादों के निपटारे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। न्यायमूर्ति ठाकुर के नेतृत्व से अधिकरण की दक्षता और मामलों को शीघ्रता से निपटाने की इसकी क्षमता में वृद्धि होने की उम्मीद है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल और उत्तर प्रदेश के मुख्य कोषागार अधिकारी सहित प्रमुख अधिकारियों को इस नियुक्ति के बारे में सूचित कर दिया गया है, जिससे न्यायाधिकरण की कार्यवाही में निर्बाध परिवर्तन और निरंतर सत्यनिष्ठा के महत्व को रेखांकित किया गया है।