गुजरात हाई कोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन (GHCAA) ने आधिकारिक रूप से मुख्य न्यायाधीश सुनीता अग्रवाल के तबादले की मांग की है। एसोसिएशन ने यह मांग हाल ही में अदालत के कामकाज में उत्पन्न हुए विवादों और टकरावों के चलते की है। इस संबंध में एकमत से पारित प्रस्ताव सोमवार को GHCAA की आम सभा की बैठक में स्वीकृत किया गया।
मुख्य न्यायाधीश अग्रवाल के तबादले की मांग हाई कोर्ट समुदाय में बढ़ते असंतोष के बीच उठी है। यह विशेष रूप से तब उभरी जब मुख्य न्यायाधीश ने पिछले सप्ताह न्यायिक रोस्टर में बदलाव किया, जिससे उस न्यायाधीश पर प्रभाव पड़ा, जिसने पहले अदालत की रजिस्ट्री में एक न्यायिक अधिकारी के आचरण को लेकर चिंता जताई थी।
सीनियर एडवोकेट असीम पंड्या ने इस मुद्दे को सबसे पहले उठाया और GHCAA से अनुरोध किया कि वह न्यायिक मामलों के असाइनमेंट में अचानक किए गए और संदिग्ध बदलावों पर ध्यान दे। मामला तब और गंभीर हो गया जब GHCAA के अध्यक्ष बृजेश त्रिवेदी ने अदालत की सुनवाई के दौरान खुले तौर पर मुख्य न्यायाधीश अग्रवाल की आलोचना की। त्रिवेदी ने उन पर वरिष्ठ वकीलों की दलीलों को सीमित करने और अदालत में एक दबावपूर्ण माहौल बनाने का आरोप लगाया।

हालांकि, इस मुद्दे पर एक अस्थायी समाधान निकलता दिखा था, लेकिन हाल ही में किए गए रोस्टर में बदलाव ने फिर से असंतोष बढ़ा दिया, जिसके चलते GHCAA ने हस्तक्षेप करते हुए मुख्य न्यायाधीश अग्रवाल के तबादले की मांग वाला प्रस्ताव पारित किया। एसोसिएशन ने न्यायिक शुचिता और अदालत के समग्र संचालन की पवित्रता बनाए रखने को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है।