भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को घोषणा की कि महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का उम्मीदवार बनाया गया है। उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितम्बर को होगा।
यह निर्णय भाजपा की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली इकाई संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की।
नामांकन और विपक्ष से बातचीत
बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस को बताया कि 68 वर्षीय राधाकृष्णन का नाम “एनडीए सहयोगियों से विस्तृत चर्चा” के बाद तय किया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने विपक्षी दलों से भी समर्थन की अपील की है।

“विपक्ष के नेताओं ने हमें बताया कि वे उम्मीदवार को देखकर ही अपना निर्णय लेंगे। हमें उम्मीद है कि उपराष्ट्रपति का चुनाव सर्वसम्मति से होगा,” नड्डा ने कहा।
राजनीतिक और प्रशासनिक पृष्ठभूमि
राधाकृष्णन ने लंबे समय तक राजनीति और प्रशासन में अहम भूमिकाएँ निभाई हैं। वे पूर्व में —
- झारखंड के राज्यपाल (2023–2024) रहे, साथ ही उन्हें तेलंगाना का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया,
- पुदुचेरी के उपराज्यपाल रहे,
- दो बार कोयम्बटूर से लोकसभा सांसद चुने गए,
- और भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष भी रहे।
चुनावी कार्यक्रम
उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितम्बर को होगा। नामांकन दाख़िल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। यह रिक्ति मौजूदा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से अचानक दिए गए इस्तीफ़े के बाद उत्पन्न हुई।
संसदीय बोर्ड की बैठक
11 सदस्यीय संसदीय बोर्ड ने उम्मीदवार के नाम पर चर्चा कर निर्णय लिया। इसमें शामिल नेता थे —
जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, सर्बानंद सोनोवाल, वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा, बीएल संतोष, के लक्ष्मण, सुधा यादव, इकबाल सिंह लालपुरा, और सत्यनारायण जातव।