सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया, कब अनुच्छेद 226 के तहत याचिका को वैकल्पिक उपचार की उपलब्धता के बावजूद स्वीकार किया जा सकता है

बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण प्रश्न का उत्तर दिया कि संविधान के अनुच्छेद 226 के तहत याचिका को वैकल्पिक उपचार की उपलब्धता के बावजूद कब स्वीकार किया जा सकता है। न्यायमूर्ति बी.आर. गवई, न्यायमूर्ति राजेश बिंदल और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ ने उस अपील पर विचार किया जिसमें डॉ. एम.वी. रमना राव,

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