सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को एक बलात्कार के दोषी के माता-पिता की उस याचिका पर सुनवाई की, जिसमें बलात्कार के परिणामस्वरूप पैदा हुए बच्चे की कस्टडी की मांग की गई थी।
मामले की सुनवाई भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ कर रही थी।
मामले के जिक्र के बाद जस्टिस पीएस नरसिम्हा ने पूछा, “आप यहां क्या कह रहे हैं?”
तब CJI चंद्रचूड़ ने हैरानी जताते हुए कहा, “आपका बेटा रेप के आरोप में जेल में है, और आप चाहते हैं कि वह बच्चा आपको सौंपा जाए?” “माँ के साथ नहीं तो बच्चा कहाँ होगा?”
माता-पिता के वकील ने तर्क दिया कि “यह बच्चे मिलॉर्ड के सर्वोत्तम हित में है।”
“किस तरह की याचिकाएं (हैं) इस अदालत में आ रही हैं?” CJI चंद्रचूड़ से पूछा। इस मामले में, बंदी प्रत्यक्षीकरण कैसे प्रदान किया जाएगा?”