दिल्ली हाईकोर्ट के एक अतिरिक्त न्यायाधीश को बुधवार को पद की शपथ दिलाई गई, जिससे अदालत में न्यायाधीशों की संख्या 48 हो गई।
मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा ने अन्य न्यायाधीशों और वकीलों की उपस्थिति में अदालत परिसर में शपथ ग्रहण समारोह में न्यायमूर्ति धर्मेश शर्मा को शपथ दिलाई।
केंद्र ने 15 मई को न्यायाधीश की नियुक्ति को अधिसूचित किया था।
केंद्रीय कानून मंत्रालय में न्याय विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना में दो साल की अवधि के लिए अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति धर्मेश शर्मा की नियुक्ति की घोषणा की गई थी।
पिछले महीने उनके नाम की सिफारिश करते हुए सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने कहा था कि जजमेंट इवैल्यूएशन कमेटी ने उनके द्वारा लिखे गए फैसलों को ‘उत्कृष्ट’ के रूप में वर्गीकृत किया था।
अतिरिक्त न्यायाधीशों को आम तौर पर दो साल की अवधि के लिए न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने से पहले या जिसे लोकप्रिय रूप से “स्थायी न्यायाधीश” कहा जाता है, नियुक्त किया जाता है।
उच्च न्यायालय में वर्तमान में 60 की स्वीकृत शक्ति के विरुद्ध 10 महिला न्यायाधीशों सहित 48 न्यायाधीश हैं।