सुप्रीम कोर्ट ने कुख्यात गैंगस्टर छोटा राजन को नोटिस जारी किया है, जो केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की याचिका पर प्रतिक्रिया दे रहा है, जिसमें राजन की आजीवन कारावास की सजा को निलंबित करने के बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी गई है। विवादित फैसला 2001 में होटल व्यवसायी जया शेट्टी की हत्या के मामले से संबंधित है, जिसके लिए राजन को पहले जमानत दी गई थी।
जस्टिस विक्रम नाथ, संजय करोल और संदीप मेहता की तीन जजों की बेंच ने नोटिस जारी किया, जिन्होंने चार सप्ताह के भीतर राजन से जवाब मांगा है। इस अवधि के दौरान, याचिकाकर्ता के वकील को रजिस्ट्री द्वारा पहचाने गए किसी भी प्रक्रियात्मक दोष को सुधारने का निर्देश भी दिया गया है।
पिछले साल मई में, राजन को शेट्टी की हत्या के लिए एक विशेष अदालत ने दोषी ठहराया था और बाद में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। अपनी सजा के बाद, राजन ने उच्च न्यायालय में अपील की, जिसने 23 अक्टूबर, 2024 के अपने आदेश में उसकी सजा को निलंबित कर दिया और उसे जमानत पर रिहा कर दिया। इस निर्णय पर विवाद हुआ, जिसके कारण सीबीआई ने सर्वोच्च न्यायालय से इस निर्णय को पलटने की मांग की।
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जय शेट्टी की हत्या 4 मई, 2001 को मध्य मुंबई के गामदेवी में स्थित गोल्डन क्राउन होटल में हुई थी। शेट्टी को राजन के दो सहयोगियों ने उसके होटल की पहली मंजिल पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। जांच से पता चला कि शेट्टी को छोटा राजन गिरोह के एक ज्ञात सहयोगी हेमंत पुजारी द्वारा जबरन वसूली की मांग की गई थी, और उसकी हत्या कथित तौर पर इन मांगों को पूरा न करने का परिणाम थी।