साल 2025 भारत के सुप्रीम कोर्ट के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष साबित होने वाला है। इस साल अदालत में तीन मुख्य न्यायाधीशों का कार्यकाल देखने को मिलेगा और सात न्यायाधीश सेवानिवृत्त होंगे।
मुख्य न्यायाधीशों का कार्यकाल
वर्तमान मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, 13 मई 2025 को सेवानिवृत्त होंगे। दिल्ली हाईकोर्ट से 18 जनवरी 2019 को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त किए गए न्यायमूर्ति खन्ना का कार्यकाल 11 नवंबर 2024 से लेकर उनकी सेवानिवृत्ति तक रहेगा।
उनके बाद न्यायमूर्ति बी.आर. गवई मुख्य न्यायाधीश का पद संभालेंगे, लेकिन उनका कार्यकाल केवल छह महीनों का होगा और 23 नवंबर 2025 को समाप्त होगा। इसके बाद न्यायमूर्ति सूर्यकांत मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभालेंगे, जिनका कार्यकाल फरवरी 2027 तक चलेगा।
सात जजों की सेवानिवृत्ति
2025 में सात न्यायाधीश अपने-अपने कार्यकाल पूरा करके सेवानिवृत्त होंगे। इनमें से पहले न्यायमूर्ति सी.टी. रवि कुमार होंगे, जो 5 जनवरी को रिटायर होंगे। उनका कार्यकाल 31 अगस्त 2021 को केरल हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति के बाद शुरू हुआ था।
इसके बाद न्यायमूर्ति हृषिकेश रॉय 31 जनवरी को सेवानिवृत्त होंगे। उन्होंने 23 सितंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट में कार्यभार संभाला था। इससे पहले वे गुवाहाटी हाईकोर्ट और केरल हाईकोर्ट में सेवा दे चुके थे।
न्यायमूर्ति अभय श्रीनिवास ओका का कार्यकाल 24 मई 2025 को समाप्त होगा। वे 31 अगस्त 2021 को सुप्रीम कोर्ट में कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद से नियुक्त हुए थे। इससे पहले वे बॉम्बे हाईकोर्ट में भी सेवा दे चुके हैं।
न्यायमूर्ति बेला मधुर्या त्रिवेदी, जो 31 अगस्त 2021 को गुजरात हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त हुई थीं, 9 जून 2025 को सेवानिवृत्त होंगी।
इसके बाद न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया 9 अगस्त 2025 को रिटायर होंगे। वे मई 2022 में उत्तराखंड हाईकोर्ट और गुवाहाटी हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के पद से सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त हुए थे।