ऊंची कुर्सी की लालच व्यक्ति से क्या न करा दे,कोई कोई तो इसके लालच में आकर अपनी जमा पूंजी भी गँवा बैठता है। ऐसा ही एक वाक्या हुआ कर्नाटक में जहाँ स्वम को ज्योतिष बताने वाले व्यक्ति ने एक रिटायर जज से 8 करोड़ रुपयों की ठगी कर ली।
आरोपी ज्योतिष ने दावा किया कि उसके उच्च स्तर के राजनेताओं से अच्छे संबंध है और वह पीड़ित जज को ऊंची कुर्सी दिलवा सकता है। इसी बात का झांसा देकर उसने अपनी मीठी मीठी बोली में फंसा कर उनसे 8.27 करोड़ रुपए की ठगी कर ली। इस मामले में बेंगलुरु की क्राइम ब्रांच टीम ने धोखाधड़ी के मामले में आरोपी को धर दबोचा है।
जज ने वील्सन गार्डन पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ पूर्व में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपी की शिनाख्त युवराज रामदास के रूप में हुई है। न्यायाधीश ने आरोप लगाया था कि जून 2018 से नवंबर 2019 के मध्य प्रशासनिक व्यवस्था में ऊंचा पद दिलाने का झांसा देकर उनसे 8.27 करोड़ रुपए ऐंठ लिए।
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद जॉइन्ट पुलिस कमिश्नर संदीप पाटिल ने बताया कि शिकायत के आधार पर युवराज के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। जो झूठे दावे कर लोगों को बहलाता फुसलाता था कि वह बड़े नामी और महत्वपूर्ण लोगों को जानता है। वह लोगों को झांसा दिया करता था कि वह अपने उच्च अतर के संपर्कों के कारण वह लोगों की सरकारी नौकरियों को और अहम करा सकता है।
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पुलिस कमिश्नर पाटिल के मुताबिक सेंट्रल क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी का सर्च वारंट लेकर उसके घर दबिश मारने पहुँची सर्च ऑपरेशन के दौरान आरोपी के घर से 26 लाख रुपए की नकदी समेत आरोपी के नाम पर 91 करोड़ के लगभग के चेक बरामद हुए हैं। जिनको सीज कर दिया गया है।
रिटायर जज ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपी ने उन्हें अपना नाम स्वामी बताया था। और उससे मुलाकात 2017 -18 में एक रिटायर एसपी के माध्यम से हुई थी। जिसे वह वर्ष 2000 से जानते थे।
52 वर्षीय रामदास को ठगी और धोखाधड़ी में पुराना अपराधिक इतिहास रहा है। उसे बीते माह रिटायर जज इन्द्रकला बी एस से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था