मध्यप्रदेश हाईकोर्ट को जल्द ही नए जज मिल सकते हैं। प्रदेश से 13 नामों की सिफारिश सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम को भेजी गई है, जिनमें 8 वकील और 5 न्यायिक अधिकारी शामिल हैं। अब इन नामों पर अंतिम निर्णय सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा लिया जाएगा।
फिलहाल मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जजों के लिए कुल 53 पद स्वीकृत हैं, लेकिन केवल 33 जज कार्यरत हैं। 30 जून को जस्टिस संजय द्विवेदी के सेवानिवृत्त होने के बाद यह संख्या घटकर 33 रह गई है, जिससे हाईकोर्ट में अब 20 पद रिक्त हैं। इस वर्ष अब तक चार नए जजों की नियुक्ति हो चुकी है, फिर भी रिक्तियों की संख्या बनी हुई है।
अगस्त महीने में दो और जज सेवानिवृत्त होंगे—जस्टिस दिनेश कुमार पालीवाल 9 अगस्त को और जस्टिस पी.एन. सिंह 13 अगस्त को सेवानिवृत्त होंगे। इसके अतिरिक्त, जस्टिस अचल कुमार पालीवाल 25 दिसंबर 2025 को सेवानिवृत्त होंगे।

अगर सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा इन 13 नामों को मंजूरी मिलती है, तो हाईकोर्ट में कार्यरत जजों की संख्या बढ़ेगी और लंबित मामलों के निपटारे में भी तेजी आ सकेगी।
सिफारिश किए गए नाम:
वकील कोटा से (8):
- मणिकांत शर्मा
- पुष्पेंद्र यादव
- जय कुमार पिल्लई
- निधि पाटनकर
- अजय निरंकारी
- अमित लाहोटी
- आनंद सिंह
- हिमांशु जोशी
न्यायिक सेवा कोटा से (5):
- राजेश कुमार गुप्ता
- आलोक अवस्थी
- राजेश चंद्र सिंह बिसेन
- बी.पी. शर्मा
- प्रदीप मित्तल
हाईकोर्ट में करीब 38% पद लंबे समय से रिक्त हैं। यदि ये नियुक्तियाँ समय पर होती हैं, तो इससे न्याय व्यवस्था को बड़ा संबल मिलेगा और केसों के तेजी से निपटारे में सहायता मिलेगी।