नीमच/अंता: मध्य प्रदेश के नीमच ज़िले के एक युवक ने अपनी पत्नी के गांव अंता (राजस्थान) में ‘498A टी कैफे’ नाम से एक चाय की दुकान शुरू की है। युवक के खिलाफ उसकी पत्नी द्वारा घरेलू हिंसा और दहेज प्रताड़ना के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। युवक का कहना है कि यह दुकान उसके खिलाफ दर्ज मुकदमों के विरोध का प्रतीक है।
पृष्ठभूमि
कृष्ण कुमार धाकड़ उर्फ केके, नीमच जिले के जावद क्षेत्र के निवासी हैं। वर्ष 2018 में उन्होंने अंता (बारां जिला, राजस्थान) की रहने वाली एक युवती से विवाह किया। विवाह के बाद दोनों ने साथ में मधुमक्खी पालन सीखा और अटाना गांव में शहद उत्पादन का व्यवसाय शुरू किया। यह व्यवसाय महिलाओं को रोज़गार देने और सशक्तिकरण के लिए सराहा गया। अप्रैल 2021 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके इस स्टार्टअप का उद्घाटन किया था।
केके ने व्यवसाय अपनी पत्नी के नाम से पंजीकृत कराया और साथ ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी भी कर रहे थे।

अक्टूबर 2022 में उनकी पत्नी अचानक मायके लौट गईं और कुछ समय बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 498A (पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता) तथा दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 125 (भरण-पोषण) के तहत केस दर्ज कराया।
चाय की दुकान बनी विरोध का माध्यम
केके का कहना है कि कानूनी कार्रवाई के चलते उन्हें मानसिक तनाव और आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा, जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई भी छोड़नी पड़ी। इस स्थिति में उन्होंने अंता जाकर अपने ससुराल के निकट एक चाय की दुकान शुरू की।
‘498A टी कैफे’ नामक इस दुकान को उन्होंने प्रतीकात्मक रूप से सजाया है—दुकान पर शादी की वरमाला और दूल्हे की पगड़ी टांगी गई है। उद्घाटन के समय केके ने हथकड़ी पहनकर चाय बनाई, ताकि उनके ऊपर चल रही कानूनी प्रक्रिया को दर्शाया जा सके। दुकान पर लिखा है:
“जब तक नहीं मिलता न्याय, तब तक उबलती रहेगी चाय”
वह चाय को “498 वाले बाबा की स्पेशल चाय” के नाम से बेचते हैं।
केके अब इस दुकान के पास एक टिन शेड में रह रहे हैं और कोर्ट में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह चाय की दुकान केवल आमदनी का साधन नहीं, बल्कि उनकी बात रखने का एक माध्यम है।