देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को गुजरात में जिला जजों की पदोन्नति और नियुक्ति से जुड़े एक मामले की सुनवाई की।
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एमआर शाह और वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यंत दवे आपस में भिड़ गए और बहस करने लगे।
दोनों की गरमागरम बहस ने पूरे दरबार को स्तब्ध कर दिया। हंगामे के दौरान जज एमआर शाह ने कहा कि उन्हें धमकी नहीं दी जानी चाहिए।
हालांकि, जज एमआर शाह और वकील दुष्यंत दवे के बीच हल्की बहस के बाद मामला शांत हो गया। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू की गई।
अदालत वरिष्ठता-सह-योग्यता के आधार पर नियुक्तियां करने के गुजरात सरकार और गुजरात उच्च न्यायालय के फैसले का विरोध करने वाले जिला न्यायाधीश उम्मीदवारों द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी। इस बीच, न्यायाधीश और वकील असहमत थे।
यह तर्क दिया गया कि यह योग्यता-सह-वरिष्ठता सिद्धांत पर आधारित होना चाहिए था। याचिकाकर्ताओं की तुलना में काफी कम अंक वाले उम्मीदवारों को नियुक्त किया गया है।