एक अहम कानूनी घटनाक्रम में हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) ने दिल्ली हाईकोर्ट को आश्वासन दिया है कि वह अपने Lakme सनस्क्रीन विज्ञापनों से प्रतियोगी उत्पादों से जुड़े आपत्तिजनक संदर्भ हटा लेगा। यह आश्वासन हॉनासा कंज्यूमर लिमिटेड (HCL) के साथ विवाद के बाद दिया गया, जिसकी सुनवाई न्यायमूर्ति अमित बंसल की अदालत में हुई।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब Honasa Consumer ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया कि HUL के Lakme सनस्क्रीन के विज्ञापन उनके उत्पाद की एसपीएफ (Sun Protection Factor) को भ्रामक तरीके से कमतर दिखाते हैं। Honasa ने दावा किया कि HUL का यह प्रचार यह संकेत देता है कि उसका “ऑनलाइन बेस्टसेलर” उत्पाद पर्याप्त SPF सुरक्षा नहीं देता, जो उपभोक्ताओं को गुमराह करने वाला है।
सुनवाई के दौरान HUL के वकील ने अदालत को बताया कि वे विवादित विज्ञापन ऑनलाइन 24 घंटे और होर्डिंग्स से 48 घंटे के भीतर हटा लेंगे। दोनों पक्षों ने अंतरिम व्यवस्था के तहत अपने-अपने विवादास्पद विज्ञापनों को फिलहाल न चलाने पर सहमति जताई।

न्यायमूर्ति बंसल ने तत्काल कार्रवाई के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “आप हटाने में देरी नहीं कर सकते… ऑनलाइन विज्ञापन 24 घंटे में हट सकते हैं।” अदालत की यह टिप्पणी विवाद को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने के प्रयास का हिस्सा थी।
दिल्ली हाईकोर्ट के अलावा बॉम्बे हाईकोर्ट में भी HUL ने HCL के खिलाफ एक अलग मुकदमा दायर किया है। वहां भी दोनों पक्षों ने फिलहाल मुकदमे को आगे न बढ़ाने और आपसी सहमति से मामला सुलझाने पर सहमति जताई है। इस समझौते से दोनों FMCG कंपनियों के बीच की विज्ञापन जंग में ठहराव आने की उम्मीद है।
उधर, HUL ने बॉम्बे हाईकोर्ट में एक अन्य याचिका भी दायर की है, जिसमें Honasa की सह-संस्थापक ग़ज़ल अलग़ द्वारा LinkedIn पर की गई टिप्पणी को लेकर 105 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति की मांग की गई है। HUL का कहना है कि Derma Co के होर्डिंग विज्ञापनों और ऑनलाइन पोस्ट्स में उनके उत्पादों को झूठे तरीके से दर्शाया गया है।
कानूनी कार्यवाही के बाद HUL ने अदालत के निर्देशों का सम्मान करते हुए अपने Sun Superiority अभियान को आवश्यक बदलावों के साथ जारी रखने की बात कही। HUL ने एक बयान में कहा, “यह विज्ञापन एसपीएफ की प्रभावशीलता, पारदर्शिता और उपभोक्ता सुरक्षा के महत्व को उजागर करता है।”
वहीं Honasa Consumer ने भी मामले के रचनात्मक समाधान पर संतोष जताते हुए कहा कि उनके विज्ञापनों में अब शब्दों के चयन और उत्पाद की पैकेजिंग के रंग जैसी चीजों में बदलाव किया जाएगा।