कलकत्ता हाईकोर्ट से एक परेशान करने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला वकील ने 23 सितंबर को न्यायालय परिसर में एक लिफ्ट के अंदर एक क्लर्क पर उसके साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। एक अन्य अधिवक्ता द्वारा नियुक्त क्लर्क पर आरोप है कि उसने पहले भी वकील के साथ अनुचित व्यवहार किया था।
शिकायतकर्ता के अनुसार, क्लर्क ने उसके मामलों को तेजी से निपटाने में सहायता करने की पेशकश की थी, जिसे उसने अस्वीकार कर दिया। उसके इनकार और चेतावनी के बावजूद, क्लर्क ने कथित तौर पर अपनी हरकतें जारी रखीं, जिसके परिणामस्वरूप हाईकोर्ट में खाली लिफ्ट के अंदर कथित छेड़छाड़ हुई।
इस घटना की सूचना वकील ने तुरंत अपने सहकर्मियों को दी, जिन्होंने आरोपी से सीधे न्यायालय कक्ष में भिड़कर तत्काल कार्रवाई की। रिपोर्ट बताती है कि टकराव इस हद तक बढ़ गया कि आरोपी को वकील के कुछ सहकर्मियों ने थप्पड़ मार दिया।
न्यायालय कक्ष में विवाद के बाद, मामला निकटतम पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां क्लर्क के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। उन पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत छेड़छाड़ और संबंधित अपराधों के लिए मामला दर्ज किया गया है।