दिल्ली के मुख्यमंत्री के सहयोगी बिभव कुमार ने स्वाति मालीवाल से मारपीट मामले में जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील की

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगी बिभव कुमार ने आप की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल से जुड़े हाई-प्रोफाइल मारपीट मामले में जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट के अनुसार, कुमार की जमानत याचिका 19 जुलाई को दायर की गई थी और 12 जुलाई को दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा खारिज किए जाने के बाद 24 जुलाई को पंजीकृत की गई थी।

कुमार के खिलाफ आरोप 13 मई को मुख्यमंत्री केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर हुई एक घटना से जुड़े हैं, जहां उन्होंने कथित तौर पर मालीवाल के साथ मारपीट की थी। शिकायत के बाद, 16 मई को कुमार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत गंभीर आरोपों के साथ एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इनमें आपराधिक धमकी, महिला पर हमला या उसके कपड़े उतारने के इरादे से आपराधिक बल का प्रयोग और गैर इरादतन हत्या का प्रयास शामिल है। इसके बाद 18 मई को कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया।

READ ALSO  इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हत्या के आरोपी को बरी करने के फैसले को बरकरार रखा, यह कहते हुए कि ट्रायल कोर्ट के रिकॉर्ड के अभाव के कारण दोबारा सुनवाई संभव नहीं है

दिल्ली उच्च न्यायालय ने कुमार को जमानत देने से इनकार करते हुए सरकारी हलकों में उनके “काफी प्रभाव” को उजागर किया, तथा उन्हें जमानत दिए जाने पर गवाहों पर संभावित प्रभाव या सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने की चिंता व्यक्त की। न्यायालय को न्यायिक प्रक्रिया के उस चरण में कुमार को जमानत पर रिहा करने का कोई ठोस कारण नहीं मिला।

Video thumbnail

सुप्रीम कोर्ट में अपनी याचिका में कुमार ने आरोपों को निराधार बताया है तथा कहा है कि जांच पूरी हो जाने के बाद भी उनकी हिरासत जारी रखना अनुचित है। उन्होंने उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती दी है, तथा जांच पूरी होने तथा उनके खिलाफ आरोपों की प्रकृति के आधार पर न्यायिक पुनर्विचार की मांग की है।

Also Read

READ ALSO  ज्ञानवापी मस्जिद में पुरातत्व विभाग की जांच पर रोक लगाने की मांग, इलाहाबाद हाई कोर्ट में चुनौती

इस मामले ने इसमें शामिल व्यक्तियों के प्रोफाइल तथा आरोपों की गंभीर प्रकृति के कारण काफी ध्यान आकर्षित किया है। कुमार की वर्तमान न्यायिक हिरासत तथा सर्वोच्च न्यायालय के लंबित निर्णय ने भारत की न्याय प्रणाली में हाई-प्रोफाइल मामलों के उपचार के संबंध में चल रही चिंताओं को उजागर किया है।

Law Trend
Law Trendhttps://lawtrend.in/
Legal News Website Providing Latest Judgments of Supreme Court and High Court

Related Articles

Latest Articles