न्यायिक प्रणाली में नववर्ष की शुरुआत करते हुए, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने वकीलों और वादियों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। सर्वोच्च न्यायालय 21 दिसंबर 2024 से 1 जनवरी 2025 तक शीतकालीन अवकाश के बाद फिर से खुला।
मुख्य न्यायाधीश खन्ना ने अदालत में उपस्थित वकीलों को संबोधित करते हुए कहा, “मैं आप सभी को नववर्ष की शुभकामनाएँ देता हूँ। आशा है कि यह वर्ष आपके और आपके परिवार के लिए सुख-समृद्धि से भरा रहेगा।” उनके इस संदेश ने दिन की कार्यवाही का शुभारंभ किया।
इसके बाद, कार्यवाही का ध्यान प्रशासनिक मुद्दों की ओर केंद्रित हो गया। मुख्य न्यायाधीश ने अदालत के ईमेल सिस्टम में आ रही तकनीकी समस्या की चर्चा करते हुए कहा, “मुझे बताया गया है कि अर्जेंट मामलों के लिए मेंशनिंग का ईमेल काम नहीं कर रहा है। आप फिजिकल पत्र के माध्यम से अपनी अर्जियां प्रस्तुत कर सकते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि इन पत्रों की समीक्षा दोपहर में की जाएगी और आवश्यक मामलों की सुनवाई के आदेश दिए जाएंगे।
मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने अपने कार्यभार ग्रहण करने के बाद एक नई प्रणाली लागू की थी, जिसके तहत अर्जेंट मामलों की सुनवाई के लिए मौखिक मेंशनिंग को समाप्त कर दिया गया। उन्होंने वकीलों को ईमेल या फिजिकल पत्र के माध्यम से अर्जियां भेजने का प्रावधान स्थापित किया। इस प्रणाली का उद्देश्य अदालत की कार्यप्रणाली को सुव्यवस्थित करना है।