सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार विस्फोट के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि सुप्रीम कोर्ट देश में कानून के शासन को कायम रखने के प्रति प्रतिबद्ध है।
मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई ने वरिष्ठ अधिवक्ताओं शरत एस. जावली और जगदीश चंद्र गुप्ता के निधन पर आयोजित पूर्ण न्यायालय संदर्भ (Full Court Reference) के दौरान अपने उद्बोधन में कहा, “इस शोक की घड़ी में सुप्रीम कोर्ट देश के नागरिकों के साथ खड़ा है। सुप्रीम कोर्ट कानून के शासन को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें।”
सोमवार शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी एक कार में हुए तेज धमाके से 12 लोगों की मौत हो गई और कई वाहन जलकर खाक हो गए। राहत और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
सुप्रीम कोर्ट में आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा ने न केवल मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की, बल्कि न्यायपालिका की उस दृढ़ प्रतिबद्धता को भी दोहराया कि हर परिस्थिति में कानून का शासन सर्वोपरि रहेगा।




