भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी. वाई. चंद्रचूड़ ने गुरुवार को वह आधिकारिक आवास खाली कर दिया, जो 5, कृष्ण मेनन मार्ग पर स्थित है और वर्तमान प्रधान न्यायाधीश के लिए आरक्षित होता है। शुक्रवार को इस बंगले की चाबी संबंधित विभाग को सौंप दी गई। यह कदम उस पत्र के एक महीने बाद आया है, जिसे सुप्रीम कोर्ट प्रशासन ने केंद्र सरकार को भेजा था और जिसमें पूर्व CJI से आवास खाली कराने का अनुरोध किया गया था।
पूर्व CJI अब तीन मूर्ति मार्ग स्थित एक अन्य सरकारी आवास में स्थानांतरित हो चुके हैं। यह बंगला उन्हें सरकारी तौर पर आवंटित किया गया है। फिलहाल वहां सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा नवीनीकरण का कार्य चल रहा है, जिसे पूरा होने में दो से तीन सप्ताह लग सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की दोनों बेटियां ‘स्पेशल केयर चाइल्ड’ हैं, जिनकी जरूरतों के अनुसार उपयुक्त आवास तलाशने में कठिनाई आई। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्हें स्थानांतरण के लिए थोड़ा अतिरिक्त समय मिला और नया आवास उनकी पारिवारिक आवश्यकताओं के अनुसार तैयार किया जा रहा है।

पूर्व मुख्य न्यायाधीश द्वारा आधिकारिक बंगला खाली करना एक संवैधानिक पद की गरिमा और न्यायपालिका की परंपराओं के प्रति सम्मान का प्रतीक है।