एक विशेष POCSO अदालत ने 2020 में सात साल की बच्ची से बलात्कार और हत्या के आरोप में एक व्यक्ति को सोमवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
विशेष लोक अभियोजक हरीश कुमार ने कहा कि यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा (POCSO) अधिनियम के तहत मामलों की सुनवाई के लिए गठित अदालत ने दोषी पर 43,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया।
कुमार ने कहा कि दोषी गौरव ने 19 मई, 2020 को लड़की के साथ बलात्कार किया, उसकी हत्या कर दी और शव को जिले के भोजपुर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक वन क्षेत्र में फेंक दिया।
घटना के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि पीड़िता अपने परिवार के साथ एक गांव में रहती थी जहां गौरव को किसी काम के लिए रखा गया था।
जब उसके माता-पिता बाहर थे, तो गौरव ने लड़की को 20 रुपये दिए और उसे चॉकलेट लाने के लिए कहा, कुमार ने कहा, जब वह एक दुकान पर जा रही थी, गौरव ने उसका अपहरण कर लिया और उसे जंगल में एक झोपड़ी में ले गया।
अभियोजक ने कहा, उसने उसके साथ बलात्कार किया और जब वह रोने लगी तो उसका गला दबाकर हत्या कर दी।
कुमार ने बताया कि लड़की के माता-पिता ने उसे ढूंढने में नाकाम रहने के बाद पुलिस को सूचित किया और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके बाद शव भी बरामद कर लिया गया।
उन्होंने कहा कि जुर्माने की राशि नाबालिग के माता-पिता को सौंप दी जाएगी।