भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने आज एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड (AoR) परीक्षा 2024 के नतीजे घोषित किए। अपने कठोर मानकों के लिए जानी जाने वाली इस परीक्षा में सैकड़ों महत्वाकांक्षी अधिवक्ताओं ने प्रतिष्ठित AoR पदनाम के लिए प्रतिस्पर्धा की, जो उन्हें सर्वोच्च न्यायालय में स्वतंत्र रूप से मामले दायर करने और बहस करने का अधिकार देता है।
श्री देबप्रियो भट्टाचार्य, सुश्री एस. लक्ष्मी अय्यर और श्री शुभंकर जैसे उल्लेखनीय नामों सहित कुल 300 से अधिक उम्मीदवारों ने सफलतापूर्वक परीक्षा उत्तीर्ण की। उनकी उपलब्धि न केवल उनकी कानूनी सूझबूझ को दर्शाती है, बल्कि कानूनी पेशे के उच्चतम मानकों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।
परीक्षा में उम्मीदवारों की सर्वोच्च न्यायालय की प्रथाओं और प्रक्रियाओं, मूल कानून और मसौदा तैयार करने के कौशल में उनकी दक्षता का परीक्षण किया जाता है। सफल उम्मीदवारों को आधिकारिक तौर पर AoR के रूप में मान्यता दी जाती है, जो उन्हें भारत के कानूनी समुदाय में अलग पहचान दिलाती है।
इसके अतिरिक्त, सुप्रीम कोर्ट ने विशिष्ट पेपरों के लिए विनियमन 11(i) के तहत फिर से उपस्थित होने के लिए पात्र उम्मीदवारों की एक सूची प्रदान की। इन उम्मीदवारों ने क्षमता का प्रदर्शन किया, लेकिन अगले प्रयासों में पदनाम सुरक्षित करने के लिए उन्हें कुछ क्षेत्रों में सुधार करने की आवश्यकता होगी।