सर्वोच्च न्यायालय ने मध्यस्थता याचिका संख्या 31/2023 में एक ऐतिहासिक निर्णय में मध्यस्थता समझौतों, क्षेत्राधिकारीय अधिकारों और क्यूरीयल कानून के अनुप्रयोग से जुड़े महत्वपूर्ण कानूनी प्रश्नों को स्पष्ट किया है। यह निर्णय भारतीय क्षेत्राधिकार के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता कार्यवाहियों की धारणा और नियमन पर प्रभाव डालने वाला है। मुख्य न्यायाधीश डॉ. धनंजय वाई. चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति