भारत के सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2026 के लिए अपना आधिकारिक कैलेंडर जारी कर दिया है, जिसमें अदालत के कार्य दिवसों और छुट्टियों की अवधि का विवरण दिया गया है। महासचिव (सेक्रेटरी जनरल) द्वारा जारी इस अधिसूचना में ग्रीष्मकालीन अवकाश, त्योहारों की छुट्टियों और रजिस्ट्री की परिचालन स्थिति की रूपरेखा दी गई है।
कैलेंडर के अनुसार, 2025 की क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों (जो 2 जनवरी, 2026 तक हैं) के बाद, सुप्रीम कोर्ट में सोमवार, 5 जनवरी, 2026 से नियमित कामकाज फिर से शुरू होगा।
अदालत का सबसे महत्वपूर्ण अवकाश, ‘आंशिक कोर्ट कार्य दिवस’ (ग्रीष्मकालीन अवकाश), सोमवार, 1 जून, 2026 से शुरू होने वाला है। छुट्टियों की अवधि समाप्त होने के बाद, सोमवार, 13 जुलाई, 2026 से ‘पूर्ण कोर्ट कार्य दिवस’ फिर से शुरू होंगे। अधिसूचना में यह स्पष्ट किया गया है कि ग्रीष्मकालीन अवकाश की इस अवधि के दौरान, शनिवार, रविवार और अन्य छुट्टियों को छोड़कर, कोर्ट की रजिस्ट्री कार्यरत रहेगी।
कैलेंडर में प्रमुख त्योहारों के लिए विस्तारित छुट्टियों का भी उल्लेख किया गया है:
- होली की छुट्टियां: सोमवार, 2 मार्च से शनिवार, 7 मार्च, 2026 तक। (होली का मुख्य त्योहार बुधवार, 4 मार्च को है)।
- दशहरा की छुट्टियां: सोमवार, 19 अक्टूबर से शनिवार, 24 अक्टूबर, 2026 तक। (दशहरा का त्योहार मंगलवार, 20 अक्टूबर को है)।
- दिवाली की छुट्टियां: सोमवार, 9 नवंबर से शनिवार, 14 नवंबर, 2026 तक। (दिवाली का त्योहार रविवार, 8 नवंबर को है)।
इनके अतिरिक्त, अन्य प्रमुख छुट्टियों में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), गुड फ्राइडे (3 अप्रैल), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), और महात्मा गांधी जयंती (2 अक्टूबर) शामिल हैं।
कैलेंडर में यह भी स्पष्ट किया गया है कि ईद-उल-फितर (21 मार्च), ईद-उल-जुहा (बकरीद) (27 मई), मुहर्रम (26 जून), और मिलाद-उन-नबी (26 अगस्त) की तारीखें चाँद दिखने के आधार पर परिवर्तन के अधीन हैं।
वर्ष 2026 के अंत में, अदालत की अंतिम कार्य अवधि क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों से पहले समाप्त हो जाएगी। ये छुट्टियां सोमवार, 21 दिसंबर, 2026 से शुक्रवार, 1 जनवरी, 2027 तक निर्धारित हैं। इस दौरान रजिस्ट्री शुक्रवार, 25 दिसंबर, 2026 से शुक्रवार, 1 जनवरी, 2027 तक (दोनों दिन शामिल) बंद रहेगी।




