दिल्ली एनसीआर में दिन प्रतिदिन प्रदूषण में हो रही बढोत्तरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता जाहिर करते हुए प्रतिक्रिया दी है
पूरे मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट के चीफ जस्टिस एस ए बोबड़े ने कहा है कि मुझे कुछ विशेषज्ञों ने बताया है कि
वातावरण प्रदूषण की मुख्य वजह सिर्फ पराली(Parali) नही बल्कि
लंबी लंबी लक्जरी गाड़ियां भी हैं। लोग इनमे घूमने की बन्द करके साइकिल से घूमने की आदत डालें।
चीफ जस्टिस ने आज की सुनवाई को अगले हफ्ते शुक्रवार तक टाल दिया है।
सरकार बना रही आयोग
दिल्ली एनसीआर और उनसे सीमा साझा करते राज्यों में प्रदूषण को फैलाने वाले खबरदार हो जाएं ,
यदि कोई व्यक्ति प्रदूषण फैलाते पाया जाता है तो
उसे एक करोड़ की राशि का जुर्माना भरने के साथ साथ 5 वर्ष की कैद भी हो सकती है।
सरकार का यह कदम बढ़ते प्रदूषण (pollution) को देखते हुए लिया गया है।
सरकार ने इसके लिए एक आयोग का भी गठन किया है जिनमे इसरो(ISRO) के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
बनाया गया आयोग ईपीसी की जगह लेगा। आयोग का हेडक्वार्टर दिल्ली में स्थित होगा
इस आयोग के आदेश को सिर्फ एनजीटी में ही चुनौती दी जा सकेगी।
दिल्ली, राजस्थान ,पंजाब ,हरियाणा, और यूपी में बढ़ते हुए प्रदूषण को देखकर इस कमीशन को बनाया गया है।
केंद्र सरकार ने आतिशबाजी पर भी जुर्माना लगाने की बात कही
दिन पर दिन बढ़ते हुए प्रदूषण के बाद भी लापरवाही बरती जा रही है।इसी के कारण दिल्ली सरकार ग्रीन दिल्ली एप्प (Green Delhi App) लांच कर रही है।
साथ ही दीपावली को देखते हुए भी कड़े कानून बनाये हैं ग्रीन क्रैकर के अलावा देशी पटाखों का प्रयोग किया तो
एक लाख रुपये तक का जुर्माना सरकार वसूल सकती है।
इनके लिए 11 टीमों का गठन किया जा रहा है नवंबर से यह कार्य की शुरुआत कर देंगी।
सुप्रीम कोर्ट की भी सरकार की बात पर सहमत
सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश दिए हैं कि दिल्ली के वातावरण को प्रदूषित न किया जाय ।
जरूरी न हो पटाखों का प्रयोग न करे यह कथन केंद्र में मंत्री गोपाल राय ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा।