दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव में महिलाओं के लिए सीटों के आरक्षण की वकालत करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई है। शबाना हुसैन द्वारा प्रस्तुत और अधिवक्ता आशु बिधूड़ी द्वारा प्रस्तुत याचिका का उद्देश्य छात्र संघ की चुनावी प्रक्रिया में लैंगिक असमानता को दूर करना है, जिसके बारे में हुसैन का तर्क है कि इसमें धन और बाहुबल का बोलबाला है, जो महिलाओं की भागीदारी को हतोत्साहित करता है।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला की पीठ द्वारा बुधवार को जनहित याचिका पर सुनवाई की जाएगी। DUSU चुनाव 27 सितंबर को होने हैं, इसलिए याचिका का समय महत्वपूर्ण है क्योंकि नामांकन प्रक्रिया 17 सितंबर से शुरू होगी।
हुसैन की याचिका छात्र राजनीति में अनिवार्य महिला प्रतिनिधित्व की आवश्यकता को रेखांकित करती है, जिसका उद्देश्य अधिक संतुलित और समावेशी चुनावी माहौल सुनिश्चित करना है।