कोल्लम (केरल) – केरल सरकार के पूर्व सीनियर गवर्नमेंट प्लीडर पीजी मनु शनिवार को अपने आवास पर मृत पाए गए। पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला बताया है। यह घटना उस समय हुई है जब मनु पर एक से अधिक बलात्कार के आरोप लगे हुए थे और हाल ही में एक वायरल वीडियो के कारण उनके खिलाफ विवाद और भी गहरा गया था।
मनु, जो कभी राज्य की न्यायिक प्रणाली में एक जाना-पहचाना नाम थे, वर्ष 2023 से कानूनी संकट में घिरे हुए थे। उस वर्ष एक महिला ने आरोप लगाया था कि जब वह कानूनी सलाह लेने उनके पास गई, तो मनु ने उसके साथ बलात्कार किया। शिकायत दर्ज होने के बाद, उनके खिलाफ बलात्कार और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) की धाराओं के तहत प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई थी। महिला ने यह भी आरोप लगाया था कि मनु ने उसकी निजी तस्वीरें भी प्रसारित कीं।
जनवरी 2023 में मनु की गिरफ्तारी हुई और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया। बाद में मार्च 2023 में केरल हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दी, जिसमें यह स्पष्ट शर्त शामिल थी कि वह जमानत पर रहते हुए किसी अन्य आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं होंगे। आपराधिक कार्यवाही शुरू होते ही उन्होंने सीनियर गवर्नमेंट प्लीडर के पद से इस्तीफा दे दिया था।

हालात तब और बिगड़ गए जब पिछले सप्ताह एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक व्यक्ति ने मनु पर आरोप लगाया कि उन्होंने उसकी पत्नी का बलात्कार किया, जो कानूनी सलाह के लिए मनु के पास गई थी। यह वीडियो तेजी से वकीलों और आमजन के बीच फैल गया और इस बात की अटकलें लगाई जाने लगीं कि जल्द ही मनु के खिलाफ एक नई एफआईआर दर्ज हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना था कि नई शिकायत के आधार पर उनकी जमानत रद्द हो सकती थी और उन्हें फिर से जेल भेजा जा सकता था।
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, मनु ने संभावित कानूनी कार्रवाई और सामाजिक प्रतिक्रिया की आशंका में आत्महत्या कर ली। पुलिस ने उनकी मौत के कारणों की जांच शुरू कर दी है।