कारगिल बार एसोसिएशन ने सर्वसम्मति से 1 अक्टूबर से 6 अक्टूबर, 2025 तक सभी न्यायिक कार्यों से दूर रहने का फैसला किया है। यह निर्णय 24 सितंबर, 2025 को लद्दाख के लोगों के अधिकारों के लिए प्रदर्शन के दौरान हुई कुछ व्यक्तियों की मृत्यु के विरोध और एकजुटता में लिया गया है, जिन्हें एसोसिएशन ने “शहीद” बताया है।
1 अक्टूबर को जारी एक “एकजुटता संदेश” में, बार एसोसिएशन ने उन “शहीदों के प्रति अपनी गहरी संवेदना” व्यक्त की, जिन्होंने “लद्दाख के लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी।”

इस प्रस्ताव के तहत, एसोसिएशन छह दिनों की अवधि के लिए सभी न्यायिक कार्यों से विरत रहेगा।

इसके अतिरिक्त, कानूनी निकाय ने लेह में हुई “दुर्भाग्यपूर्ण घटना” के किसी भी पीड़ित को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करने की भी प्रतिबद्धता जताई है।
बार एसोसिएशन द्वारा उठाई गई मुख्य मांग एक स्वतंत्र जांच की है। पत्र में कहा गया है कि एसोसिएशन “केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन से इस मामले में एक स्वतंत्र, निष्पक्ष और तटस्थ न्यायिक जांच सुनिश्चित करने का आग्रह करता है ताकि न्याय हो सके और जवाबदेही तय की जा सके।”
बार एसोसिएशन कारगिल के अध्यक्ष द्वारा हस्ताक्षरित इस आधिकारिक सूचना को कारगिल के प्रधान जिला न्यायाधीश और क्षेत्र के अन्य न्यायिक मजिस्ट्रेटों और अधिकारियों को औपचारिक रूप से भेजा गया है।