दीपावली के पावन अवसर पर माननीय न्यायमूर्ति श्री सुजीत नारायण प्रसाद ,न्यायाधीश, झारखंड उच्च न्यायालय ने रांची observation home, Dumardagga पहुँचकर वहाँ निवासरत बच्चों के साथ दीपावली का पर्व मनाया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसके पश्चात बच्चों द्वारा चित्रकला (Painting) एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बच्चों ने रंगों और रचनात्मकता के माध्यम से समाज के प्रति सकारात्मक संदेश दिए। माननीय न्यायमूर्ति ने बच्चों की कलात्मक प्रतिभा की सराहना की और विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।

बच्चों को संबोधित करते हुए माननीय न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद ने कहा —

“दीपावली अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। यह त्योहार हमें सिखाता है कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिन परिस्थितियाँ क्यों न आएँ, हमें अपने अंदर के प्रकाश — यानी ज्ञान, सत्य और सद्भावना — को जलाए रखना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा —
“आप सभी बच्चे देश का भविष्य हैं। परिस्थितियाँ चाहे जैसी भी हों, आपको अपने अंदर विश्वास रखना होगा। परिश्रम, अनुशासन और शिक्षा के माध्यम से जीवन में आगे बढ़ा जा सकता है। सफलता उन्हीं को मिलती है जो अपने लक्ष्य को नहीं छोड़ते।”

माननीय न्यायमूर्ति ने बच्चों को यह भी प्रेरित किया कि वे अपने समय का सदुपयोग करें, नियमित रूप से अध्ययन करें और सकारात्मक सोच के साथ अपने भविष्य का निर्माण करें।
इस अवसर पर माननीय न्यायमूर्ति ने प्रेक्षण गृह का विस्तृत निरीक्षण भी किया। उन्होंने आवासीय व्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, मनोरंजन एवं पुनर्वास से जुड़ी सुविधाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, पौष्टिक आहार तथा आवश्यक मानसिक एवं परामर्श सहायता उपलब्ध कराई जाए।
कार्यक्रम में न्यायिक आयुक्त, रांची, उप विकास आयुक्त (DDC) रांची, नगर पुलिस अधीक्षक (City SP), झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (JHALSA) एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) के अधिकारी, समाज कल्याण विभाग के प्रतिनिधि, तथा अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के अंत में माननीय न्यायमूर्ति ने सभी बच्चों को मिष्ठान (sweets) वितरित किए तथा प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए।
बच्चों के साथ दीपावली मनाने का यह आयोजन अत्यंत स्नेहपूर्ण, प्रेरणादायी एवं उत्सवमय रहा। बच्चों की प्रसन्नता और मुस्कान ने वातावरण को भावनात्मक और उज्जवल बना दिया।