एक असाधारण सुनवाई में, दिल्ली की एक जज को शुक्रवार तड़के 3 बजे अपने आवास पर अदालत लगानी पड़ी। यह अभूतपूर्व कदम, 222 करोड़ रुपये से अधिक के कथित मनी लॉन्ड्रिंग घोटाले के आरोपी बिल्डर स्वराज सिंह यादव को रिमांड पर भेजने के लिए उठाया गया। स्वराज सिंह यादव, जो ओशन सेवन बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड के प्रमोटर हैं, पर प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत बने फ्लैटों को अवैध रूप से बेचने का आरोप है।
पटियाला हाउस कोर्ट की एडिशनल सेशंस जज शेफाली बरनाला टंडन ने अपने आवास पर यह दुर्लभ सुनवाई की। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अदालत को बताया कि यादव को 24 घंटे के भीतर पेश करना कानूनी रूप से अनिवार्य था। एजेंसी ने गुरुवार सुबह 6:55 बजे यादव की तलाश शुरू की थी और उसे आधी रात से पहले गिरफ्तार कर लिया गया था, इसलिए “इस अजीब समय” पर सुनवाई की आवश्यकता पड़ी।
जज के आवास पर यह अदालती कार्यवाही सुबह 3:05 बजे शुरू हुई और सुबह 6:30 बजे समाप्त हुई। अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद यादव को 28 नवंबर तक ED की हिरासत में भेज दिया।
यह मामला 2006 से चल रहे एक “राष्ट्रव्यापी मनी लॉन्ड्रिंग घोटाले” से जुड़ा है, जिसमें कथित तौर पर गुरुग्राम, मुंबई, जयपुर और कोटपुतली में हजारों खरीदारों को ठगा गया। ED के अनुसार, यादव की कंपनी ने PMAY के तहत गरीबों के लिए बने फ्लैटों को, जिनकी मूल कीमत 26.5 लाख रुपये थी, अवैध रूप से बेच दिया।
आरोप है कि मूल आवंटियों की बुकिंग रद्द कर दी गई और उन्हें उनकी जमा राशि भी वापस नहीं की गई। इसके बाद, उन्हीं फ्लैटों को 40 से 50 लाख रुपये की बढ़ी हुई कीमत पर नए खरीदारों को नकद में बेच दिया गया। एजेंसी का आरोप है कि 222 करोड़ रुपये से अधिक की इस धनराशि को एक “इन-हाउस कंस्ट्रक्शन एजेंसी” के माध्यम से ठिकाने लगाया गया।
ED ने अदालत को बताया कि इस अवैध कमाई का इस्तेमाल कथित तौर पर महाराष्ट्र में 500 एकड़, पुणे-अलीबाग रोड पर 100 एकड़, हिमाचल प्रदेश की तीर्थन घाटी में साई रूपा रिसॉर्ट्स, बोस्टन (अमेरिका) में जमीन और यूके में वित्तीय संपत्तियां खरीदने के लिए किया गया।
एजेंसी ने यादव के भागने का कड़ा अंदेशा जताते हुए उसकी हिरासत की मांग की। ED ने तर्क दिया कि यादव कानूनी कार्रवाई की आशंका में अपनी संपत्तियों को “तेजी से बेच” रहा था, जिसमें गुरुग्राम का एक फ्लैट और महाराष्ट्र व जयपुर की जमीनें शामिल हैं।
ED ने यह भी खुलासा किया कि यादव की पत्नी, सुनीता स्वराज, अगस्त 2025 में अमेरिका चली गई थीं और यादव ने उनके बैंक खाते के जरिए “भारी रकम” अमेरिका ट्रांसफर की थी। यह भी बताया गया कि उसके बच्चे कनेक्टिकट (यूएस) के ट्रिनिटी कॉलेज में पढ़ रहे हैं, जिससे एजेंसी ने उसके “न्याय से भागने की हर संभावना” का तर्क दिया।




