केंद्र सरकार ने सोमवार को देशभर के विभिन्न उच्च न्यायालयों के 16 जजों के तबादलों की अधिसूचना जारी की। ये तबादले सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की 26 मई की सिफारिशों के आधार पर किए गए हैं, जिनका उद्देश्य न्यायिक प्रशासन को मजबूत करना और विभिन्न राज्यों की ज़रूरतों को पूरा करना है।
मुख्य तबादले इस प्रकार हैं:
- जस्टिस अनिल क्षेत्रपाल पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट से दिल्ली हाईकोर्ट स्थानांतरित। सिविल और संवैधानिक मामलों में विशेषज्ञता, 2014 में वरिष्ठ अधिवक्ता नामित और 2017 में जज के रूप में पदोन्नत।
- जस्टिस सुमन श्याम गुवाहाटी हाईकोर्ट से बॉम्बे हाईकोर्ट। 1996 में नामांकन, सिविल, संवैधानिक, मध्यस्थता और सेवा मामलों में विशेष कार्य अनुभव, 2015 में अतिरिक्त जज और 2017 में स्थायी जज बने।
- जस्टिस सुधीर सिंह पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट से पटना हाईकोर्ट वापसी। 1991 में अधिवक्ता नामांकन, केंद्र सरकार के वकील और असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल रह चुके, 2015 में जज बने।
- जस्टिस सुजॉय पॉल तेलंगाना हाईकोर्ट से कलकत्ता हाईकोर्ट। 2011 में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में पदोन्नत, 2024 में व्यक्तिगत अनुरोध पर तेलंगाना स्थानांतरित हुए थे।
- जस्टिस वी. कामेश्वर राव कर्नाटका हाईकोर्ट से दिल्ली हाईकोर्ट वापसी। 2013 में दिल्ली में पदोन्नति, 2024 में कर्नाटका स्थानांतरित, अब पुनः दिल्ली में नियुक्ति।
- जस्टिस संजीव प्रकाश शर्मा पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट से राजस्थान हाईकोर्ट (मूल हाईकोर्ट) में वापसी।
- जस्टिस दिनेश कुमार सिंह केरल हाईकोर्ट से कर्नाटका हाईकोर्ट। पूर्व में स्थानांतरण के बाद अवध बार एसोसिएशन ने सम्मान समारोह आयोजित करने से इनकार किया था।
- जस्टिस विवेक कुमार सिंह मद्रास हाईकोर्ट से मध्यप्रदेश हाईकोर्ट। 1987 से अधिवक्ता, 2017 में जज बने।
- जस्टिस विवेक चौधरी इलाहाबाद हाईकोर्ट से दिल्ली हाईकोर्ट। 1988 से प्रैक्टिस, 2017 में अतिरिक्त जज, 2018 में स्थायी जज बने।
- जस्टिस बट्टू देवनंद मद्रास हाईकोर्ट से आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में वापसी। 2020 में आंध्र प्रदेश में नियुक्ति, 2023 में मद्रास में स्थानांतरण।
- जस्टिस ओम प्रकाश शुक्ला इलाहाबाद हाईकोर्ट से दिल्ली हाईकोर्ट। 2003 से प्रैक्टिस, 2022 में अतिरिक्त जज, 2024 में स्थायी जज बने।
- जस्टिस अरुण मोंगा राजस्थान हाईकोर्ट से दिल्ली हाईकोर्ट। 2018 में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में नियुक्ति, 2023 में राजस्थान स्थानांतरण।
- जस्टिस अश्विनी कुमार मिश्रा इलाहाबाद हाईकोर्ट से पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट। 2013 में वरिष्ठ अधिवक्ता नामित, 2014 में जज नियुक्ति।
- जस्टिस जयंती बनर्जी इलाहाबाद हाईकोर्ट से कर्नाटका हाईकोर्ट। 1989 से प्रैक्टिस, 2017 में जज बने।
- जस्टिस श्री चंद्रशेखर राजस्थान हाईकोर्ट से बॉम्बे हाईकोर्ट। सुप्रीम कोर्ट में 3,500 से अधिक मामलों में पैरवी, 140 रिपोर्टेड फैसलों में शामिल, झारखंड हाईकोर्ट में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रह चुके।
- जस्टिस लानुसुंगकुम जामिर गुवाहाटी हाईकोर्ट से कलकत्ता हाईकोर्ट। 2013 में नियुक्ति, मणिपुर और गुवाहाटी हाईकोर्ट में सेवा दी।
ये बड़े पैमाने पर हुए तबादले उच्च न्यायपालिका में न्यायिक संसाधनों के संतुलित वितरण और न्याय प्रशासन को बेहतर बनाने की दिशा में अहम कदम माने जा रहे हैं। अधिसूचनाएं संविधान के अनुच्छेद 222(1) के तहत मुख्य न्यायाधीश से परामर्श के बाद जारी की गईं।
