उत्तर प्रदेश में आगरा की एक अदालत में ताज महल को हिंदू मंदिर तेजो महालय घोषित करने की मांग को लेकर एक नई याचिका दायर की गई है।
बुधवार को दायर याचिका में सभी इस्लामी गतिविधियों और पूजा स्थल के लिए उपयुक्त नहीं होने वाली किसी भी अन्य प्रथाओं को रोकने का आह्वान किया गया है।
मामले की सुनवाई 9 अप्रैल को होनी है। अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने श्री भगवान श्री तेजो महादेव के संरक्षक और योगेश्वर श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ ट्रस्ट और क्षत्रिय शक्तिपीठ विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष के रूप में मुकदमा दायर किया है।
याचिकाकर्ता ने अपने दावे के समर्थन में विभिन्न ऐतिहासिक पुस्तकों का हवाला दिया कि संरचना का इतिहास ताज महल के रूप में इसकी मान्यता से पहले का है।
ताज महल को शिव मंदिर घोषित करने की मांग को लेकर बार-बार कई याचिकाएं दायर की गई हैं। इनमें से कुछ याचिकाएँ ख़ारिज कर दी गई हैं, जबकि अन्य अभी भी लंबित हैं।