“कम बोला कर अगर जीना चाहता है”: द्वारका में दिनदहाड़े जज को दी गई गोली मारने की धमकी

राजधानी दिल्ली के द्वारका इलाके में कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए दिनदहाड़े एक जज को अज्ञात बदमाशों ने गोली मारने की धमकी दी। यह घटना द्वारका के ककरौला गांव में हुई, जहां दो युवकों ने कार से पीछा कर जज को डराने-धमकाने की कोशिश की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

प्राप्त एफआईआर के अनुसार, जज शिव कुमार 1 अप्रैल की शाम को पैदल अक्षय पब्लिक स्कूल की ओर जा रहे थे। उसी समय एक ग्रे रंग की वैगनआर कार पीछे से तेज रफ्तार में आई। कार में दो युवक सवार थे — एक ड्राइविंग सीट पर और दूसरा उसके साथ वाली सीट पर बैठा था।

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जज शिव कुमार ने पुलिस को बताया कि किताबों के गोदाम के पास कार करीब 10 मीटर की दूरी पर रुकी और बार-बार हॉर्न बजाने लगी। जैसे ही उन्होंने पीछे मुड़कर देखा, कार में बैठे एक युवक ने चिल्लाकर कहा, “तू बचकर रह ले, हम गोली मार दिया करें। कम बोला कर अगर जीना चाहता है।”

धमकी देने के बाद कार तेज रफ्तार में ज़िगज़ैग तरीके से अक्षय पब्लिक स्कूल की ओर भागी और फिर आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक और एक सरकारी स्कूल की ओर मुड़ गई। यह पूरी घटना इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गई।

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दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस कार का रजिस्ट्रेशन नंबर ट्रेस कर उसके मालिक और सवारों की पहचान करने में जुटी है।

द्वारका कोर्ट परिसर में भी एक चौंकाने वाली घटना घटी। एक चेक बाउंस केस में सजा सुनाने के बाद एक महिला जज को कोर्ट के अंदर ही धमकाया गया। आरोपी ने कथित तौर पर कोर्ट में चिल्लाते हुए कहा, “तू है क्या चीज़… बाहर मिल, देखते हैं कैसे ज़िंदा घर जाती है।” आरोप है कि आरोपी और उसका वकील कार्यवाही के दौरान लगातार जज को डराने की कोशिश करते रहे।

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लगातार दो दिनों में हुई इन घटनाओं ने न्यायिक अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कानूनी समुदाय और अदालतों के स्टाफ ने चिंता जताई है और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है।

पुलिस अधिकारियों ने दोनों मामलों की गंभीरता को देखते हुए कहा है कि जांच तेज़ी से की जा रही है और जजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

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