दिल्ली पुलिस ने शनिवार को शहर की एक अदालत को बताया कि कई महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपी डब्ल्यूएफआई के पूर्व प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को उनके खिलाफ आरोपों की जांच के लिए सरकार द्वारा गठित निगरानी समिति ने बरी नहीं किया है।
मामले में सिंह के खिलाफ आरोप तय किए जाएं या नहीं, इस पर बहस के दौरान पुलिस ने अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट हरजीत सिंह जसपाल के समक्ष यह दलील दी।
सरकारी वकील ने अदालत को बताया, “निगरानी समिति ने सिंह को बरी नहीं किया था। समिति ने सिफारिशें दी थीं, निर्णय नहीं।”
कार्यवाही के दौरान सिंह अदालत के समक्ष उपस्थित हुए।
केंद्रीय खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजधानी में अपने विरोध प्रदर्शन के बाद सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए भारतीय महान मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम की अध्यक्षता में एक निरीक्षण समिति का गठन किया था।
इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई लेकिन एक प्रति दिल्ली पुलिस को दी गई जो सिंह के खिलाफ आरोपों की जांच कर रही है।
दिल्ली पुलिस 23 सितंबर को सिंह के खिलाफ आरोपों पर अपनी बहस फिर से शुरू करेगी।