दिल्ली हाईकोर्ट की एक वर्चुअल सुनवाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके साथ कई तरह की गलतफहमियां फैल गई हैं। वीडियो में कुछ सेकंड के लिए वकील की पोशाक में एक व्यक्ति को एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने गलती से इस व्यक्ति को जज समझ लिया।
यह घटना 14 अक्टूबर को न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ के समक्ष हुई वर्चुअल सुनवाई के दौरान हुई थी। वीडियो के स्क्रीनशॉट की जांच करने पर स्पष्ट होता है कि भ्रम की वजह वर्चुअल सुनवाई के स्क्रीन लेआउट में है। दरअसल, जिस वकील की वीडियो फीड में यह दृश्य दिखा, उसके ठीक ऊपर एक सब-विंडो में “Court of HMJ Jyoti Singh” लिखा हुआ दिखाई दे रहा था। इसी कारण कई लोगों ने गलती से उस व्यक्ति को जज समझ लिया।
वास्तविक स्थिति कुछ और है। न्यायमूर्ति ज्योति सिंह, जो हाईकोर्ट की महिला न्यायाधीशों में से एक हैं, उस समय इस मामले की सुनवाई कर रही थीं, लेकिन उस वक्त उनका वीडियो फीड ऑन नहीं था। वीडियो में दिखा व्यक्ति एक वकील था, जो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई में शामिल हुआ था।

यह स्पष्ट नहीं है कि वकील ने गलती से अपना कैमरा बंद करना भूल गया था या तकनीकी टीम की ओर से उसका फीड गलती से जोड़ दिया गया था। जो भी हो, वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है। वीडियो में दिखा व्यक्ति वकील है, न कि अदालत की कार्यवाही कर रहे न्यायाधीश।