CBI अधिकारी बनकर साइबर ठगों ने जयपुर के 75 वर्षीय बुजुर्ग को तीन दिन रखा ‘डिजिटल अरेस्ट’ में, ₹23.56 लाख की ठगी

राजस्थान की राजधानी जयपुर में साइबर ठगी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां 75 वर्षीय एक बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे आरोप में फंसाने की धमकी देकर साइबर अपराधियों ने उन्हें तीन दिन तक ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा और ₹23.56 लाख की ठगी कर ली। आरोपियों ने बाद में ₹20 लाख और मांगे, लेकिन बुजुर्ग जब एफडी तुड़वाने बैंक पहुंचे तो बैंक मैनेजर को शक हुआ। उनकी सतर्कता से आगे की ठगी रुक सकी और मामला एसओजी के साइबर थाने में दर्ज हुआ।

वीडियो कॉल पर नकली अदालत और सीजिंग आदेश का डर
23 मई को बुजुर्ग के पास दो अलग-अलग नंबरों से कॉल आए। कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई के कोलाबा थाने का अधिकारी बताया और आरोप लगाया कि उनके मोबाइल नंबर का ₹2.8 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल हुआ है। इसके बाद एक अन्य व्यक्ति ने खुद को ‘सीबीआई अधिकारी रोहित’ बताते हुए वीडियो कॉल पर अदालत का नकली दृश्य दिखाया, जिसमें एक फर्जी जज ने उनके बैंक खातों को सीज करने का झूठा आदेश सुनाया।

READ ALSO  डिलीवरी में लापरवाही के लिए नाइका और डेल्हीवेरी दोषी पाए गये, कंज्यूमर कोर्ट ने दिया मुआवजे का आदेश

डर के कारण बुजुर्ग ने तीन दिन में ₹23.56 लाख ट्रांसफर किए
एसओजी साइबर थाना प्रभारी हरिराम मीणा के अनुसार, बुजुर्ग वीडियो कॉल और झूठे आदेशों से इतने भयभीत हो गए कि उन्होंने तीन दिन के भीतर ₹23.56 लाख ठगों द्वारा बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिए।

Video thumbnail

बैंक मैनेजर की समझदारी से बची आगे की रकम
जब ठगों ने उनसे ₹20 लाख और मांगे तो बुजुर्ग एफडी तुड़वाने बैंक पहुंचे। वहीं बैंक मैनेजर को शक हुआ और उन्होंने बुजुर्ग को समझाकर मामले की गंभीरता को बताया। तत्पश्चात एसओजी को सूचना दी गई और मुकदमा दर्ज हुआ। बैंक की तत्परता से कुछ रकम होल्ड भी कर दी गई है। आगे की ट्रांजैक्शनों की जांच के लिए टीमें रवाना कर दी गई हैं।

एनआईए चीफ के नाम पर भी ₹6 लाख की ठगी
इसी तरह का एक और मामला गांधीनगर थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां एनआईए प्रमुख के नाम पर एक बुजुर्ग को पहलगाम आतंकी हमले की साजिश में फंसाने की धमकी दी गई और उनसे ₹6 लाख की मांग की गई। शिकायतकर्ता परमानंद भार्गव ने डर के चलते यह राशि साइबर ठगों को ट्रांसफर कर दी। इस मामले में भी एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

READ ALSO  1991 में 100 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में सेवानिवृत्त रेलवे क्लर्क को एक साल की जेल हुई

पुलिस की अपील: सतर्क रहें, दबाव में न करें ट्रांसफर
पुलिस अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस तरह की धमकियों से डरें नहीं, किसी भी अज्ञात कॉल या वीडियो पर विश्वास न करें और धनराशि ट्रांसफर करने से पहले उसकी सत्यता अवश्य जांचें।

Law Trend
Law Trendhttps://lawtrend.in/
Legal News Website Providing Latest Judgments of Supreme Court and High Court

Related Articles

Latest Articles