एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, कलकत्ता हाईकोर्ट ने 81 अधिवक्ताओं को वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित करने की घोषणा की है। आज जारी की गई अधिसूचना 21 नवंबर, 2024 को माननीय मुख्य न्यायाधीश और अन्य न्यायाधीशों की अध्यक्षता में आयोजित पूर्ण न्यायालय बैठक के बाद जारी की गई है। यह एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि वरिष्ठ अधिवक्ताओं का नामांकन आठ वर्षों से अधिक समय से नहीं किया गया था।
यह निर्णय अधिवक्ता अधिनियम, 1961 की धारा 16(2) के अधिकार के साथ-साथ वरिष्ठ अधिवक्ता पदनाम नियम, 2023 के तहत लिया गया। चयन प्रक्रिया में आवेदकों की योग्यता, शैक्षणिक विशिष्टता, आचरण और कानूनी पेशे में उनके योगदान पर विचार किया गया। इस प्रक्रिया में न्यायालय और बार के साथी सदस्यों के प्रति उनके व्यवहार पर भी जोर दिया गया।
मुख्य विशेषताएं:
– चयन प्रक्रिया: कुल आवेदकों में से 81 का चयन किया गया, तथा 48 अतिरिक्त आवेदकों का मूल्यांकन अप्रैल 2025 में निर्धारित अगली पूर्ण न्यायालय बैठक तक स्थगित कर दिया गया।
– चयनित अधिवक्ता: इस सूची में दीप चैम कबीर, अमिताभ घोष, सुतापा रॉय नी सुतापा रॉय चौधरी जैसे प्रमुख कानूनी व्यवसायी शामिल हैं, तथा कानूनी क्षेत्र में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए पहचाने जाने वाले कई अन्य लोग शामिल हैं।
– महत्व: यह एक लंबे अंतराल के बाद वरिष्ठ अधिवक्ता पदनामों की बहाली का प्रतीक है, जो वकालत में उत्कृष्टता को मान्यता देने के लिए न्यायालय की प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
कलकत्ता हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने आधिकारिक तौर पर अधिसूचना पर हस्ताक्षर किए तथा इसे जारी किया।
इस विकास से कानूनी बिरादरी को मजबूती मिलने की उम्मीद है, जिससे कानूनी कार्यवाही में बेहतर मार्गदर्शन तथा प्रतिनिधित्व मिलेगा।