बॉम्बे हाईकोर्ट में अब जनता को न्यायिक कार्यवाही देखने का सीधा अवसर मिलेगा, क्योंकि कोर्ट जल्द ही कुछ खंडपीठों की कार्यवाही की लाइव-स्ट्रीमिंग शुरू करने जा रहा है। यह जानकारी मंगलवार को मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे ने एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान दी।
यह टिप्पणी उस समय आई जब अधिवक्ता मैथ्यूज जे नेदुमपारा ने बॉम्बे हाईकोर्ट की कार्यवाहियों की लाइव-स्ट्रीमिंग को लेकर दायर एक जनहित याचिका का उल्लेख किया। इसके जवाब में मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे और न्यायमूर्ति संदीप वी. मर्ने की खंडपीठ ने कहा:
“हमने इस दिशा में पर्याप्त प्रगति कर ली है। फुल कोर्ट ने कुछ कोर्टों की कार्यवाही की लाइव-स्ट्रीमिंग के लिए प्रस्ताव पारित कर दिया है। तकनीकी तैयारियां की जा रही हैं। प्रारंभिक रूप से पांच कोर्ट की कार्यवाहियां लाइव की जाएंगी।”

लाइव-स्ट्रीमिंग के लिए चयनित प्रारंभिक पाँच खंडपीठें निम्नलिखित हैं:
- मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे और न्यायमूर्ति संदीप वी. मर्ने
- न्यायमूर्ति आर. पी. मोहिते-डेरे और न्यायमूर्ति डॉ. नीला केदार गोखले
- न्यायमूर्ति एम. एस. सोनक और न्यायमूर्ति जितेंद्र शांतिलाल जैन
- न्यायमूर्ति रविंद्र वी. घुगे और न्यायमूर्ति एम. एम. साठये
- न्यायमूर्ति ए. एस. गडकरी और न्यायमूर्ति राजेश एस. पाटिल
यह पहल उच्चतम न्यायालय द्वारा स्वप्निल त्रिपाठी बनाम भारत का सर्वोच्च न्यायालय (2018) मामले में जारी दिशानिर्देशों के अनुरूप है, जिसमें न्यायिक पारदर्शिता बढ़ाने के लिए कोर्ट कार्यवाही की लाइव-स्ट्रीमिंग की सिफारिश की गई थी।
बॉम्बे हाईकोर्ट अब गुजरात, कर्नाटक और ओडिशा जैसे हाईकोर्ट्स की सूची में शामिल हो गया है, जहाँ पहले से ही कुछ कोर्टों की कार्यवाहियों की लाइव-स्ट्रीमिंग हो रही है।