एक महत्वपूर्ण कानूनी घटनाक्रम में बॉम्बे हाईकोर्ट ने रियल एस्टेट क्षेत्र के प्रमुख चेहरों, लोधा बंधुओं के बीच चल रहे ट्रेडमार्क विवाद को सुलझाने वाली सहमति की शर्तों को आधिकारिक रूप से दर्ज कर लिया है। यह मामला अभिषेक लोधा (मैक्ट्रोटेक डिवेलपर्स) और अभिनंदन लोधा (हाउस ऑफ अभिनंदन लोधा – HoABL) के बीच ब्रांड नाम ‘लोधा’ को लेकर चल रहा था।
न्यायमूर्ति आरिफ डॉक्टर ने मामले की सुनवाई के दौरान सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश आर वी रवींद्रन की मध्यस्थता की सराहना करते हुए कहा, “मैं इस स्तर पर माननीय मध्यस्थ न्यायमूर्ति आरवी रवींद्रन के उस श्रमसाध्य प्रयास को दर्ज करना चाहूंगा, जिसके परिणामस्वरूप यह सहमति की शर्तें तय हो पाई हैं। साथ ही, मैं विवादों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने के लिए किए गए उनके सभी प्रयासों के लिए गहरी प्रशंसा प्रकट करता हूं।”
यह कानूनी लड़ाई जनवरी में शुरू हुई थी, जब अभिषेक लोधा की अगुवाई वाली मैक्ट्रोटेक डिवेलपर्स ने HoABL के खिलाफ ‘लोधा’ ब्रांड के कथित अनुचित उपयोग और ट्रेडमार्क उल्लंघन का आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर किया था। कंपनी का तर्क था कि इस तरह का उपयोग रियल एस्टेट बाजार में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकता है।

हालांकि, दोनों पक्षों ने न्यायमूर्ति रवींद्रन की देखरेख में मध्यस्थता के जरिए विवाद को समाप्त करने पर सहमति जताई। यह सहमति शर्तें अब न्यायालय द्वारा औपचारिक रूप से स्वीकार कर ली गई हैं। समझौते की विशिष्ट शर्तें गोपनीय रखी गई हैं।