शुक्रवार को देश की दो बड़ी हाईकोर्ट् में अफरा-तफरी मच गई। सुबह दिल्ली हाईकोर्ट को धमकी भरा ईमेल मिला जिसमें कहा गया था कि कोर्ट परिसर में तीन बम लगाए गए हैं। कुछ घंटों बाद बॉम्बे हाईकोर्ट को भी इसी तरह का ईमेल भेजा गया, जिसके बाद पूरे परिसर को खाली कराया गया।
जज बेंच से उठे, परिसर खाली
मुंबई में सुनवाई अचानक रुक गई। जज तुरंत बेंच से उठ खड़े हुए और वकीलों, वादकारियों व स्टाफ को बाहर निकाला गया। बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड की टीमें पहुंच गईं और पूरे परिसर में तलाशी शुरू कर दी गई। देखते ही देखते कोर्ट का विशाल कैंपस खाली हो गया।
दिल्ली हाईकोर्ट को सुबह जो ईमेल मिला था, उसमें लिखा था कि कोर्ट के अंदर तीन बम रखे गए हैं और दोपहर 2 बजे तक परिसर खाली कर दें।

धमकी ईमेल में चौंकाने वाले दावे
ईमेल के सब्जेक्ट में पाकिस्तान–तमिलनाडु गठजोड़ का जिक्र किया गया और 1998 पटना धमाकों को दोहराने की धमकी दी गई। इसमें कहा गया कि जजों के चेंबर और कोर्टरूम में बम लगाए गए हैं।
ईमेल में राजनीतिक दलों को लेकर भड़काऊ बातें लिखी गईं और एक राजनीतिक नेता के परिवार के सदस्य पर एसिड अटैक की धमकी तक दी गई। इतना ही नहीं, इसमें आईईडी का स्थान और डिफ्यूजिंग कोड के लिए एक नाम और मोबाइल नंबर भी दिया गया।
अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां
दोनों हाईकोर्ट्स को तुरंत सील कर दिया गया। बम निरोधक दस्ते, एंटी-सबोटाज यूनिट्स और पुलिस की टीमें तलाशी अभियान चला रही हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को भी अलर्ट कर दिया गया है और ईमेल की उत्पत्ति का पता लगाया जा रहा है।
हालांकि भारतीय अदालतों को पहले भी धमकी भरे ईमेल मिलते रहे हैं, लेकिन एक ही दिन दिल्ली और बॉम्बे हाईकोर्ट को निशाना बनाने की इस वारदात ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। अन्य अदालतों की सुरक्षा भी बढ़ाई जा रही है।