नई दिल्ली: बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने वकीलों की कथित हड़ताल से जुड़ी फर्जी खबरों के प्रसार पर कड़ा रुख अपनाते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। बीसीआई का यह बयान सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही उन अफवाहों के जवाब में आया है, जिनमें दावा किया गया कि वकील राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जा रहे हैं। बीसीआई ने इन खबरों को पूरी तरह गलत और भ्रामक करार दिया है।
बीसीआई ने अपने आधिकारिक बयान में स्पष्ट किया कि इस झूठी खबर को फैलाने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। “यदि कोई वकील इस तरह की फर्जी खबरें फैलाते हुए पाया जाता है, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी,” बीसीआई ने चेतावनी देते हुए कहा।
यह फर्जी खबर कथित रूप से एक हिंदी समाचार पत्र में प्रकाशित होने का दावा कर रही थी, जिसे बीसीआई ने पूरी तरह से गलत और मनगढ़ंत बताया। बीसीआई का कहना है कि यह अफवाहें वकीलों को भ्रमित करने, मुवक्किलों को नुकसान पहुंचाने और संस्था एवं इसके अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से फैलाई गई हैं।

बीसीआई ने यह भी स्पष्ट किया कि 12 फरवरी 2025 या किसी अन्य दिन के लिए किसी भी तरह की हड़ताल या प्रदर्शन का आह्वान नहीं किया गया है। “सभी वकीलों से अपील है कि वे इन झूठी खबरों पर ध्यान न दें और अपनी पेशेवर जिम्मेदारियों का निर्वहन बिना किसी बाधा के जारी रखें,” बीसीआई ने कहा।
इसके अलावा, बीसीआई ने वकीलों की चिंताओं को संबोधित करते हुए बताया कि मेडिकल इंश्योरेंस और सुरक्षा उपायों जैसी महत्वपूर्ण मांगों पर पहले ही कानून एवं न्याय मंत्रालय द्वारा गठित एक समिति काम कर रही है। ऐसे में किसी भी तरह के प्रदर्शन या आंदोलन की कोई आवश्यकता नहीं है।
बीसीआई ने सभी राज्य बार काउंसिल और बार एसोसिएशनों को इस संबंध में अधिसूचना भेजकर यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि वकील इस तरह की भ्रामक खबरों से प्रभावित हुए बिना अपने नियमित कार्यों को सुचारू रूप से जारी रखें।