हिन्दू देवी देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी के मामले में हास्य कलाकार मुनव्वर फारूकी और नलिन यादव की जमानत याचिका पर फैसला एक हफ्ते बाद होगा। चूंकि शुक्रवार को इंदौर हाई कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होनी थी। लेकिन पुलिस द्वारा केस डायरी न पेश किए जाने पर इसे एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया गया है।
इंदौर के हिंद रक्षक संगठन मुनव्वर फारूकी पर हिन्दू भगवानों पर अपमानजनक टिप्पणी कर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस ने फारूकी समेत अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज कर कोर्ट में पेश किया था। जहाँ से सभी दोषियों जेल भेज दिया गया था।
इंदौर हाई कोर्ट में शुक्रवार को मुनव्वर फारूकी का पक्ष रखने सुप्रीम कोर्ट के वकील विवेक तन्खा मौजूद हुए थे। लेकिन तुकोगंज पुलिस द्वारा केस डायरी पेश न किये जाने के बाद जमानत पर सुनवाई एक सप्ताह के लिए टाल दी गई। फारूकी के पक्षकार अधिवक्ता अंशुमन श्रीवास्तव ने दावा किया है कि राजनीतिक दवाब के कारण पुलिस ने मामला दर्ज किया है। अंशुमन का कहना है कि इंदौर में कॉमेडी शो में न तो फारूकी ने परफॉर्म किया न तो कोई ऐसा काम किया जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हो।
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स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी गुजरात के जूनागढ़ के मूल निवासी है। मुम्बई में शो करने वाले फारूकी अपने शो के दौरान अकसर हिन्दू देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते रहते हैं। पुरुषोत्तम राम सहित गोधराकांड तक का मुनव्वर मजाक उड़ा चुके हैं। जिसके कारण पहले भी उन पर मामला दर्ज हो चुका है।