उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद के वकीलों ने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। वकीलों का आरोप है कि पुलिस की कथित मनमानी और उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार की शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बार एसोसिएशन के सचिव शिव कुमार लवानिया ने बताया कि यह निर्णय मंगलवार को वरिष्ठ सदस्यों की बैठक में लिया गया। इसकी जानकारी जिला जज, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और सभी संबंधित न्यायालयों को दे दी गई है।
लवानिया के अनुसार, बिगड़ती कानून-व्यवस्था और पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं के साथ कथित दुर्व्यवहार के मामलों को लेकर एसएसपी से कई बार बैठकें हुईं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

“हम समझते हैं कि ऐसी हड़ताल से वादकारियों और समाज को असुविधा होती है। लेकिन यदि पुलिस प्रशासन हमारी समस्याओं का समाधान करता है, तो हम हड़ताल वापस लेने को तैयार हैं,” लवानिया ने कहा।
बार एसोसिएशन ने प्रशासन को दो दिन के भीतर सकारात्मक जवाब देने का समय दिया है, अन्यथा आंदोलन को प्रदर्शन के रूप में तेज करने की चेतावनी दी है।
यह हड़ताल जिले के सभी दीवानी, फौजदारी, मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण और अन्य न्यायालयों में कार्यरत वकीलों, साथ ही छाता बार एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा की जा रही है।
लवानिया ने स्पष्ट किया कि यह विरोध किसी एक घटना पर आधारित नहीं है, बल्कि पुलिस थानों में कानूनी कार्य के लिए जाने वाले अधिवक्ताओं के साथ होने वाली नियमित कथित अभद्रता और असहयोग के खिलाफ है।