कलकत्ता हाईकोर्ट और CAT वकीलों का कार्य बहिष्कार, अधिवक्ता पर पुलिस हमले के विरोध में घोषणा

कलकत्ता हाईकोर्ट बार एसोसिएशन और सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) बार एसोसिएशन, कलकत्ता ने घोषणा की है कि उनके सदस्य 22 अगस्त 2025 को न्यायिक कार्यवाही में भाग नहीं लेंगे। यह कदम अधिवक्ता मनुजेंद्र नारायण राय पर पुलिसकर्मियों द्वारा किए गए कथित “निर्मम और बर्बर हमले” के विरोध में उठाया गया है, जिसमें उन्हें पेल्विक बोन फ्रैक्चर हुआ। दोनों संघों ने इस घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ “उचित और संतोषजनक दंडात्मक कार्रवाई” की मांग की है।

हाईकोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, अधिवक्ता मनुजेंद्र नारायण राय, जो कलकत्ता हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं, पर 20 अगस्त 2025 की रात ए.के. ब्लॉक में बिधाननगर ईस्ट पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों ने कथित रूप से हमला किया। इस हमले को “निर्मम और बर्बर” बताया गया है और इसमें अधिवक्ता को “पेल्विक बोन फ्रैक्चर” हुआ। CAT बार एसोसिएशन के नोटिस में भी उल्लेख है कि श्री राय को “बिधाननगर ईस्ट पुलिस स्टेशन के कुछ पुलिस अधिकारियों ने पीटा”।

श्री राय की शिकायत पर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने 21 अगस्त 2025 को “तत्काल महासभा” की बैठक बुलाई। माननीय मुख्य न्यायाधीश, कलकत्ता हाईकोर्ट को संबोधित नोटिस में मानद सचिव शंकर प्रसाद दलपति ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से पुलिस कार्रवाई का विरोध करने का निर्णय लिया गया।
प्रस्ताव में कहा गया कि “अधिवक्ता मनुजेंद्र नारायण राय पर की गई पुलिस की बर्बरता के विरोध स्वरूप” बार एसोसिएशन के सदस्य “22.08.2025 को सुबह 10:30 बजे से इस माननीय न्यायालय के समक्ष किसी भी प्रकार की न्यायिक कार्यवाही में भाग नहीं लेंगे”।
यह बहिष्कार तब तक जारी रहेगा “जब तक दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित और संतोषजनक दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाती”। एसोसिएशन ने सोमवार, 25 अगस्त 2025 को सुबह 10:30 बजे स्थिति की समीक्षा करने का निर्णय लिया है।
नोटिस की प्रतियां अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल, एडवोकेट जनरल, बार लाइब्रेरी क्लब, इनकॉरपोरेटेड लॉ सोसाइटी और जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच के बार एसोसिएशन को भेजी गई हैं।

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सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल बार एसोसिएशन, कलकत्ता ने भी एक नोटिस जारी कर इसी प्रकार के विरोध की घोषणा की। माननीय प्रमुख, CAT कलकत्ता बेंच को संबोधित इस नोटिस में घटना पर “गहरी नाराजगी” व्यक्त की गई।
एसोसिएशन ने कहा, “हम, विधि समुदाय के सदस्य होने के नाते, न केवल इस विधिहीन घटना के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं बल्कि उन सभी के लिए भी जो सत्ता में बैठे लोगों द्वारा प्रताड़ित, चुप या डराए गए हैं।” इसमें आगे कहा गया, “अधिकारियों द्वारा हिंसा अनुशासन नहीं है, यह न्याय नहीं है — यह सत्ता का दुरुपयोग है।”
विरोध के रूप में, CAT बार एसोसिएशन ने निर्णय लिया कि “22.08.2025 को सुबह 11 बजे से हम किसी भी न्यायिक प्रक्रिया में भाग नहीं लेंगे”। सचिव विष्णु पदा मन्ना द्वारा हस्ताक्षरित नोटिस में कहा गया, “जब हम आवाज उठाते हैं, जब हम जवाबदेही की मांग करते हैं, तो हम दिखाते हैं कि कोई भी डंडा, कोई भी मुट्ठी, कोई भी वर्दी वकीलों की इच्छाशक्ति से अधिक मजबूत नहीं है।”

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