राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच के बीच उनके परिजनों ने सोमवार को ऐलान किया कि वे आरोपियों के नार्को टेस्ट की मांग को लेकर मेघालय हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने कहा कि अब तक हत्या का मकसद स्पष्ट नहीं हो पाया है, जिसके चलते यह कदम उठाया जा रहा है।
सोमवार को शिलॉन्ग एसआईटी की ओर से पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर विपिन इंदौर क्राइम ब्रांच थाने पहुंचे। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा, “मैं आरोपियों की नार्को जांच के लिए हाईकोर्ट में अपील करूंगा क्योंकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि राजा की हत्या क्यों की गई। इसलिए सच्चाई सामने लाने के लिए नार्को टेस्ट आवश्यक है।”
विपिन रघुवंशी ने बताया कि शिलॉन्ग पुलिस ने उनसे राजा और सोनम की शादी के दौरान दिए गए गहनों के संबंध में जानकारी मांगी थी। “मैंने वे सभी तस्वीरें पुलिस को सौंपी हैं जो उन आभूषणों की हैं, जो हमने शादी में चढ़ाए थे। मैंने उन्हें बताया कि सोनम वह सारा सामान अपने साथ ले गई थी। मुझे नहीं पता कि पुलिस को कितने आभूषण मिले हैं। उन्होंने मुझे अब तक कुछ भी नहीं दिखाया है, लेकिन मैंने सबूत के तौर पर सभी तस्वीरें भेज दी हैं,” उन्होंने कहा।

विपिन ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें शिलॉन्ग पुलिस की जांच प्रक्रिया पर कोई संदेह नहीं है और वे जांच से पूरी तरह संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा, “मुझे पुलिस की कार्यशैली पर कोई शक नहीं है, वे अच्छे से जांच कर रहे हैं।”
गौरतलब है कि राजा रघुवंशी का शव 2 जून को मेघालय के सोहरा (चेरापूंजी) इलाके में एक घाटी में मिला था। वह अपनी पत्नी के साथ हनीमून पर गए थे। घटना के बाद उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी को वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर एक ढाबे के पास से बरामद किया गया था।
अब तक इस मामले में सोनम रघुवंशी, आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान, राज सिंह कुशवाह और आनंद समेत कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस हत्या के कारणों और साजिश की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है।