मदुरै के समेकित जिला न्यायालय परिसर में गुरुवार शाम उस समय तनाव व्याप्त हो गया जब गांजा तस्करी के दो दोषियों ने सजा सुनाए जाने के तुरंत बाद कोर्ट में हंगामा खड़ा कर दिया। उन्होंने जज को गालियाँ दीं और कोर्ट रूम में तोड़फोड़ कर दी।
दोषियों की पहचान ए. पांडियाराजन (23) और उसके भाई ए. जैकी उर्फ प्रशांत (22) के रूप में हुई है। दोनों को एनडीपीएस (NDPS) कानून के तहत 25 किलोग्राम गांजा तस्करी के मामले में दोषी पाया गया। यह मामला मार्च 2024 में कीराथुरई पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था, जिसमें पांडियाराजन की पत्नी सरन्या (20) भी सह-आरोपी थी।
गुरुवार को एनडीपीएस मामलों की सुनवाई के लिए गठित प्रथम अतिरिक्त विशेष जज एएस हरिहरकुमार ने तीनों को दोषी ठहराया। पांडियाराजन और जैकी को 12 वर्ष की कठोर कारावास की सजा सुनाई गई और प्रत्येक पर ₹1 लाख का जुर्माना लगाया गया।

सजा सुनाए जाने के तुरंत बाद, पांडियाराजन और जैकी गुस्से में आगबबूला हो गए और कोर्ट में मौजूद जज व पुलिस अधिकारियों को गालियाँ देने लगे। जब पुलिस उन्हें कोर्ट रूम से बाहर ले जा रही थी, तब दोनों ने विशेष अदालत के कार्यालय के शीशे तोड़ दिए और जज को जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने कहा कि वे “रिहा होने के बाद जज को मार डालेंगे।”
सूत्रों के अनुसार स्थिति कुछ ही पलों में तनावपूर्ण हो गई थी, लेकिन पुलिस ने तत्काल स्थिति पर नियंत्रण पा लिया। घटना में किसी भी न्यायालय कर्मचारी को चोट नहीं आई, हालांकि दोनों आरोपी झड़प के दौरान हल्की चोटें खा बैठे।
इस घटना के बाद अन्ना नगर पुलिस ने तोड़फोड़ और जज को धमकी देने के मामले में एक अलग जांच शुरू कर दी है। अदालत परिसर में हुई इस गंभीर घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा किए जाने की संभावना है।