सोमवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल ने राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश रहे न्यायमूर्ति अरुण भंसाली को इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई।
यह नियुक्ति 21 नवंबर को न्यायमूर्ति प्रिटिंकर दिवाकर की सेवानिवृत्ति के बाद बनी रिक्ति के बाद हुई है।
नई दिल्ली में कानून और न्याय मंत्रालय की 2 फरवरी की अधिसूचना के अनुसार, राष्ट्रपति ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 217 के खंड (1) के तहत, न्यायमूर्ति अरुण भंसाली को उनके कार्यभार संभालने के दिन से इलाहाबाद हाईकोर्ट का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया है।
15 अक्टूबर, 1967 को जन्मे जस्टिस भंसाली 8 जुलाई, 1989 को कानूनी पेशे में शामिल हुए। उनका न्यायिक करियर तब आगे बढ़ा जब उन्हें 8 जनवरी, 2013 को राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। अपनी पदोन्नति से पहले, उन्होंने काफी धन अर्जित किया। जोधपुर के हाईकोर्ट में कानूनी अनुभव, कर, कॉर्पोरेट, नागरिक कानून और संवैधानिक मामलों जैसे कई कानूनी डोमेन से निपटना।
हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में अपने लगभग 11 साल के कार्यकाल के दौरान, न्यायमूर्ति भंसाली ने 1,230 से अधिक रिपोर्ट किए गए निर्णय लिखे हैं, जिन्होंने कानूनी परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।