ओडिशा के गंजम जिले की एक अदालत ने 30 वर्षीय व्यक्ति की हत्या के लिए आठ लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई, जो अंतर-गिरोह प्रतिद्वंद्विता का परिणाम था।
दोषी 17 सितंबर, 2017 की रात बेरहामपुर शहर के पास अंबागाड़ा गांव में बी बुदु पात्रा के घर में घुस गए और उन पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। अभियोजन पक्ष के अनुसार, उन्हें एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश इंदु शर्मा की अदालत ने आरोपी व्यक्तियों को आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 506 (आपराधिक धमकी), 147 (दंगा), 148 (घातक हथियारों से लैस होकर दंगा करना), 450 (घर में अतिक्रमण) और 149 के तहत दोषी ठहराया। (गैरकानूनी जमावड़ा)।
सरकारी वकील ज्ञान रंजन जेना ने कहा कि अदालत ने उन पर 10,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया और निर्देश दिया कि इसे पात्रा की विधवा को भुगतान किया जाना चाहिए।
दोषियों की पहचान आर हरि पात्रा (37), आर लोकनाथ पात्रा (28), एम डंडा पात्रा (47), एम बैरी पात्रा (54), एम भीमा पात्रा (62), एम सोमेश पात्रा (27), एम नायरी पात्रा के रूप में की गई। (44) और आर भास्कर पात्रा (28)।
अदालत ने 19 गवाहों और अन्य सबूतों की जांच के बाद फैसला सुनाया।